33 घंटे, 17 इंच बारिश, होशंगाबाद में नर्मदा खतरे के निशान से 19 फीट ऊपर, निचली बस्तियां खाली कराईं, सेना पहुंची

नर्मदा के कैचमेंट एरिया में भारी बारिश के कारण होशंगाबाद में नर्मदा और तवा ने तटबंध तोड़ दिए। नर्मदा शहर में खतरे के निशान से 19 फीट ऊपर बह रही है। इसके चलते शहर सहित कई गांवों में पानी घुसने से लोगों को घर खाली करके तंबू में दिन गुजारना पड़ा। शहर में 33 घंटे में 17 इंच बारिश दर्ज की गई। निचले इलाके पानी से घिरने के चलते लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ के बाद शनिवार रात सेना भी बुलाना पड़ी।

सेना रविवार सुबह से बाबई और सिवनी मालवा क्षेत्र में रेस्क्यु करेगी। यहां करीब 200 लोग अलग-अलग जगह फंसे हुए हैं। कलेक्टर धनंजयसिंह ने सैन्य अफसरों के साथ बैठक की। नर्मदा शनिवार रात 9 बजे 983 फीट पर पहुंच गई। 1973 के बाद दूसरी सबसे बड़ी बाढ़ है। 1973 में 987 और 2013 में 983 फीट तक पानी गया था।

इस बार जलस्तर इससे ऊपर जाने की आशंका जताई गई है। तवा पुल कोे पानी छू गया। बाबई व इटारसी पहुंच मार्ग भी बंद है। भोपाल रोड पर बुदनी के पास बाढ़ का पानी आ गया। माैसम विभाग ने अगले 24 घंटे भारी बारिश की चेतावनी दी है।

हाेशंगाबाद शहर और आसपास के इलाके ये खाली कराए

महिमा नगर, संजय नगर, ग्वालटाेली का हरदा राेड का हिस्सा, बंगाली काॅलाेनी, आदमगढ़, नारायण नगर का पिछला हिस्सा, बीटीआई क्षेत्र, भीलपुरा, काेरीघाट, खाेजनपुर, धानाबढ़, निमसाड़िया टील, जासलपुर टील सहित अन्य जगहाें में पानी भर गया। अधिकांश लाेगाें काे शिफ्ट कर दिया है। यहां पर लाेगाें के घराें में 5 से 8 फीट तक पानी आ गया है। लाेग स्वयं ही अपने रिश्तेदाराें के घर चले गए हैं।

कई लोग सामान संभालने के लिए बरसते पानी में बैठे रहे

शहर में बीटीआई परिसर के निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों को घर छोड़ना पड़ा। बच्चों सहित महिलाएं बरसते पानी में पास के मैदान में परिवार सहित तंबू के नीचे सामान बचाने की कोशिश करते रहे। पशुधन को भी उसी तंबू के नीचे साथ रखकर बचाया।

जिले में बारिश की स्थिति

जिले में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश हुई है। सामान्य बारिश 8 इंच हुई है जबकि शहर में 33 घंटे में 17 इंच बारिश हुई। जिले में 45 इंच बारिश हाे चुकी है। पिछले साल भी इस समय तक 45 इंच बारिश ही हुई थी। जिले की सामान्य बारिश 52 इंच है। दाे दिन की बारिश में अगस्त तक का काेटा 42 इंच से 3 इंच बारिश ज्यादा हाे गई है।

गांव-शहरों में हाई अलर्ट : शिवराज

मुख्यमंत्री ने बताया कि कुछ जगह निचली बस्तियों में पानी भर रहा है, इनमें होशंगाबाद, बरगी, शाहगंज मुख्य हैं। अभी तक 16 गांव ऐसे हैं जहां बाढ़ का पानी घुसने की स्थिति है। लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है। उन्होंने अपील की है कि बिना किसी जिद के तत्काल निचले स्थान छोड़ दें। गांव-शहरों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है।

अप्रिय स्थिति होने पर डायल-100 और टोलफ्री नंबर 1079 पर सूचना दी जा सकती है। अतिवर्षा की स्थिति में पिकनिक पर नहीं जाएं, डैम, झरने आदि पर जाने का मोह छोड़ें। हवाई दौरे के बाद मुख्यमंत्री ने बताया कि सीहोर के बुधनी क्षेत्र के गांव से 250 लोगों, विदिशा के गांव से 250 और नरसिंहपुर के गांव 223 लोगों को सुरक्षित निकाला गया।

आज सिवनीमालवा, बाबई में रेस्क्यु करेगी सेना

इधर, होशंगाबाद और सीहोर के लिए सेना के जवान बुलाए जा चुके हैं। उन्होंने बचाव व राहत कार्य प्रारंभ करने थे, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से एक को झांसी उतारना पड़ा। ये दोनों हैलीकॉफ्टर रविवार की सुबह से ये बचाव कार्य शुरू करेंगे। इस बीच सेना देर रात होशंगाबाद पहुंच गई जो सिवनी मालवा, बाबई में रेस्क्यु करेगी। रायसेन में भी सेना को रवाना किया गया है।

नागपुर से आया तीसरा हैलीकॉफ्टर छिंदवाड़ा के बेलखेड़ा गांव में बचाव कार्य शुरू कर चुका है। पांच व्यक्तियों को सुरक्षित बचा लिया गया है। होशंगाबाद, सीहोर और नरसिंहपुर में एनडीआरएफ की भी एक-एक टीम है। बनारस से एनडीआरएफ की एक टीम बुलाई गई है जो रास्ते में है। हर जिले में एसडीईआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है। 6300 होमगार्ड के जवान और 150 बोट बचाव कार्य में लगी हैं। अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा ने पुलिस के बड़े अफसरों के साथ सेना के अधिकारियों के साथ मीटिंग की।

तीन वजह

1. बरगी, बारना और तवा तीनों डैमों के गेट एकसाथ खोले जाने से नर्मदा में जलस्तर तेजी से बढ़ा। नर्मदा सामान्य लेवल 934 से 49 फीट ऊपर 983 पर बही।

2. पचमढ़ी, बैतूल सहित ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के कारण सहायक नदियों में बाढ़ आने से भी जलस्तर बढ़ा।

3. होशंगाबाद शहर में पिछले 33 घंटों में 17 इंच बारिश दर्ज की गई। स्पष्ट कम दवाब का क्षेत्र उत्तरी मध्यप्रदेश के मध्य भाग पर स्थित है इसके प्रभाव से भारी वर्षा होशंगाबाद में होती रही। है। आज से वर्षा की गतिविधियों को कमी आने का अनुमान मौसम विशेषज्ञाें ने जताया है।

यह घटनाएं भी हुईं

1. तीसरी रेल लाइन की पिचिंग में बारिश के पानी से कटाव हाे गया। शहर में बने फ्लाइओवर ब्रिज से आदमगढ़ नाले वाले पुल के बीच कई जगह पर पिचिंग में कटाव हुआ।

2. शनिवार काे हुई तेज बारिश के कारण बस स्टैंड पर लगा विशाल नीम का पेड़ हवा के कारण गिर गया। पेड़ का आधा हिस्सा बस स्टैंड पर बने रेन बसेरा और दाे गुमठियों पर जा गिरा। नपा कर्मियों ने पेड़ की छंटनी कर हटाया। वहीं एसपीएम में लाल घर के पास भी एक पेड़ गिर गया। निमसाड़िया के पास बड़ी कार बह गई। रेस्क्यु कर बचा लिया।

3. पानी भरने वाले क्षेत्रों की बिजली सप्लाई बंद की आदमगढ़, बंगाली काॅलाेनी, संजय नगर, ईदगाह, ग्वालटाेली, बीटीआई, मालाखेड़ी, सेठानी घाट, आनंद नगर, नारायण नगर, शांति नगर के डूब प्रभावित क्षेत्रों में बिजली की सप्लाई बंद की है। जिससे करंट फैलने जैसे घटनाएं नहीं हाे।



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होशंगाबाद के निचले इलाके महिमा नगर, ग्वालटोली, हरदा पुल, संजय नगर कॉलोनी और एसपीएम रोड गेट नंबर एक के पास पानी भर गया। लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए नाव चलानी पड़ी। करीब 200 लाेगाें काे सुरक्षित निकाला गया।


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