अफलन से क्षेत्र की 70% फसलें खराब, पीले मोजेक का भी दंश
मलवासा सहित आसपास गांव में सोयाबीन पर भी वायरस का प्रकोप है। पीले मोजेक व अफलन की शिकायत ज्यादा मिल रही है। मलवासा के किसान चरणदास बैरागी ने बताया ग्राम सेवक आर एस यादव को दो दिन से फोन लगा रहे पर वे फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं। फोन लगा कर अपने खेत पर सोयाबीन अफलन की सूचना देनी चाही सात बार अलग अलग समय पर फोन लगाया पर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
बैरागी ने बताया शासन द्वारा प्रमाणित जी एस 335 का बिज लगाया फिर भी यह समस्या हो गई। पीला मोजेक वह तना छेदक इल्ली की वजह से सोयबीन की फसल चौपट हो गई है। किसानों के अनुसार लगभग 70 फीसद फसल खराब हो गई है। जिला मुख्यालय से 15 किमी दूर गांव रिंगनिया के रहने वाले किसान रमेशचंद दवे, जय प्रकाश पाटीदार ईश्वरसिंह पडियार ने बताया सोयाबीन अचानक से पीली पड़कर सूखना प्रारंभ हो गई हैैं। हवा के साथ बारिश की वजह से पूरी फसल जमीन पर आड़ी हो गई है।
किसान नेता अरविंद पाटीदार रिंगनिया ने बताया लगभग 70 फीसद नष्ट हो गई है। भारी बारिश के कारण खड़ी फसल जमीन पर आड़ी हो गई है। सोयाबीन समय से पहले ही पीली पड़कर सूखने लग गई है। प्रशासन जल्द सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा दे नहीं तो आंदोलन किया जाएगा। जिला कृषि विस्तारक अधिकारी ने बताया कि पीले मोजेक व अफलन की शिकायत मिल रही है जिसको मैं दिखवा रहा हूं । ग्राम सेवक फोन रिसीव नहीं करते हैं। इसकी शिकायत है, दिखवाता हूं। जी एस 335 बीज प्रमाणित है, इसके उपाय हम जाकर लोगों को बताएंगे।
प्रीतमनगर, दंतोडिया, सरवर जमुनिया, झर खेड़ी, भील खेड़ी, रत्तागिरी सहित आसपास के गांव में सोयाबीन में पीलापन की बीमारी लग गई है। दंतोडिया के किसान दिलीप पाटीदार ने बताया पूरी फसल में पीलापन की बीमारी हो गई व फलिया चिपक गई है। झरखेड़ी के किसान अमृत सोलंकी ने बताया इस क्षेत्र में अब यह नई बीमारी आई है।
सोयाबीन अफलन एवं येलो मोजैक से नष्ट हो चुकी है। रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना ने रेन, मऊ, उमरथाना, खेड़ा, पिपलोदी, रावदिया, अंबोदिया पहुंचकर निरीक्षण किया। सुनील पाठक, राकेश, दीपक, मोहनलाल मेहता, भरत लाल पाटीदार, सुरेश, बालमुकुंद पाटीदार, भरत लाल राठौड़, मदन सिंह पंवार बृजेश जी जायसवाल आदि उपस्थित थे।
खराब फसलों का जायजा लेने के लिए ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना खेतों में पहुंचे। विधायक ने किसानों को आश्वस्त किया कि कृषि अधिकारी व राजस्व अधिकारी को वह बीमा कंपनी को सूचना कर वंचित किसान को बीमा करवाना है।31 अगस्त तक बीमा करवाना है।
क्षेत्र में बारिश व जलजमाव से फसलें खराब हो रही हैं। किसानों ने एसडीएम, तहसीलदार एवं कृषि विभाग को फसलों के सर्वे के लिए आवेदन दिए थे। जिस पर कृषि विभाग सहायक संचालक भीमा वासके ने क्षेत्र का भ्रमण कर खराब फसलें का मौका मुआयना किया एवं पंचनामा बनाया।
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