ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के रूप में फसलों के लिए बरसी संजीवनी, जल स्तर बढऩे से पाटन में गांव का संपर्क टूटा, बरेला में घरों में भरा पानी
रीजनल डेस्क | जबलपुर
ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार को झमाझम बारिश हुई। सुबह से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला रात तक चलता रहा। कई क्षेत्रों में नदी, नाले उफान पर आ गए। पाटन के मढ़पिपरिया गांव का संपर्क बारिश के चलते टूट गया। वहीं सिहोरा, मझौली, कटंगी, कुंडम, बरगी सहित अन्य क्षेत्रों में भी बारिश हुई। कई स्थानों पर खेत पानी से लबालब भर गए। सावन माह सूखा गुजर जाने के बाद भादों में हुई बारिश से किसानों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। इस बारिश को विशेषकर धान की फसल के लिए संजीवनी माना जा रहा है।
छत्तरपुर- मढ़पिपरिया में पुल पर पानी - पाटन क्षेत्र में रविवार को जमकर बारिश हुई। जहां नगर पानी से तरबतर हो गया वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में नदी, नाले उफान पर आ गए। छत्तरपुर और मढ़पिपरिया के बीच स्थित नाला उफान पर आ गया। यहां पुल के ऊपर करीब 5 फीट तक पानी भर गया। जिसके चलते दोनों गांवों के बीच संपर्क टूट गया। नाले के ऊपर पानी बहने से मढ़पिपरिया गांव का तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट गया। वहीं माला व पपरिया गांव के बीच हिरन नदी पर बना पुराना पुल भी डूब गया। हालाकि नया पुल बनने से आवागमन बाधित नहीं हुआ। छोटे पुल के पास झोपड़ी बनाकर रह रहे पवन बर्मन ने बताया कि बारिश के चलते पुल डूबने से उसे चिंता होने लगी थी कि कहीं उसकी झोपड़ी में भी पानी न भर जाए। शाम को बारिश थमने से उसने राहत की सांस ली। इसके अलावा पाटन नगर में अनेक कॉलोनियां पानी से तरबतर हो गईं। कई स्थानों पर पानी भर गया। साहू कॉलोनी में सड़क पानी के चलते गायब दिखाई दी। वहीं चौधरी मोहल्ले में नालियां चोक हो गईं, जिससे पूरी सड़क पानी से भर गई।
खेत हुए लबालब, जल भराव की समस्या- गोसलपुर। पिछले तीन दिनों से जारी बारिश का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। बारिश के चलते खेत लबालब भर गए हैं। इससे धान की खेती करने वाले किसानों के चेहरे में रौनक लौट आई है। गोसलपुर क्षेत्र में बहने वाली वरने, कसही व हिरन नदी का जलस्तर भी तेजी से बढ़ा है। इसके अलावा गांव के मुख्य नाले में गंदगी होने से कई स्थानों पर जल भराव हो गया। खजुरी फाटक के पास व धरमपुरा रोड स्टेशन तिराहा के पास पानी निकासी की व्यवस्था ना होने के कारण क्षेत्र में जलभराव की स्थिति भी बन गई।
पुल पर 5 फीट पानी, बेलखाड़ू से पनागर पहुंच मार्ग बंद
बेलखाड़ू से पनागर जाने वाले मार्ग पर बघौड़ा गांव के पास परियट नदी पर बना पुल रविवार को बारिश के चलते डूब गया। शाम 6 बजे तक पुल के ऊपर 5 फीट पानी था। पुल के ऊपर पानी होने के चलते आवागमन पूरी तरह ठप रहा। स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल के निचले हिस्से में जलकुम्भी फंस गई थी। जिसके चलते पानी पुल के ऊपर से बहने लगा। ग्रामीणों ने बताया कि हाल ही में बेलखाड़ू से पनागर जाने वाली सड़क का निर्माण हुआ है, लेकिन बघौड़ा गांव के पास पुल का निर्माण नहीं किया गया। ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के दिनों में दर्जन भर से अधिक ग्रामों का बेलखाड़ू से संपर्क टूट जाता है। ग्रामीण कई वर्षों से उंचाई वाले पुल की मांग कर रहे हैं।
फसलों को मिला अमृत, धान को होगा विशेष फायदा
रविवार का हुई झमाझम बारिश के असर ग्रामीण क्षेत्रों पर रहा। बारिश के चलते खेत भी तर-बतर हो गए। ग्रामीणों ने बताया कि यह पानी धान की फसल के लिए अमृत के समान है। कई स्थानों पर खेतों में भी पानी भर गया। मझौली, सिहोरा में दोपहर को बारिश बंद हो गई। हालाकि सुबह से गिरे पानी के कारण इन क्षेत्रों में खेतों में पानी पर्याप्त हो गया था। वहीं कुंडम, बरगी, पनागर, शहपुरा में भी रविवार को झमाझम बारिश हुई।
पाटन: मनमोहक हुआ बगदरी वॉटर फॉल का नजारा
बारिश के चलते बगदरी वाटर फॉल का नजारा सुहाना हो गया है। झरने का सौंदर्य निखर आया है। चट्टानों के बीच से गिरती जलधार किसी का भी मन मोह सकती है। वहीं झरने के आसपास बिखरी हरियाली की चादर पर्यटकों के लिए लुभावनी बन गई है। रविवार को ग्रामीण क्षेत्रों के लोग बगदरी वॉटर फॉल पहुंचे, जहां उन्होंने प्राकृतिक सौंदर्य के दर्शन किए।
बरेला: घरों में कमर तक भरा पानी
बरेला क्षेत्र में जोरदार बारिश से नगरीय क्षेत्र में जलप्लावन की समस्या खड़ी हो गई। नगर के वार्ड नंबर 15 में स्थित कुछ घरों में पानी भर गया। हालत यह हो गई कि पानी में घर की सारी गृहस्थी डूब गई। कमरों के अंदर कमर तक पानी भर गया। स्थानीय निवासी कृष्ण कुमार बैरागी ने बताया कि पानी की निकासी ना होने के कारण उसके घर में पानी भर गया था, जिसके चलते घर में रखा गृहस्थी का सामान खराब हो गया। इसी प्रकार मिशर बैरागी के घर में भी पानी भर गया था। स्थानीय लोगों ने बताया कि जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण यह स्थिति बन रही है।
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