कोरोना वायरस के बाद पब्लिक ट्रांसपोर्ट से उठा भरोसा, जनवरी से ज्यादा जून में बिकीं गाड़ियां
सागर जिले में जून माहमें 3326 वाहनों की बिक्री हुई है। इसमें 3092 दोपहिया और 234 चार पहिया वाहन हैं।
हैरानी की बात तो यह है कि अनलॉक-1 के बाद का यह आंकड़ा जनवरी और पिछले वर्ष के जून माह से भी ज्यादा है। वाहनों की बिक्री में आई इस तेजी की वजह जानने के लिए जब दैनिक भास्कर टीम ने दो और चार पहिया वाहन डीलर्स से बात की तो सामने आया कि कोरोना संक्रमण के चलते एक तरफ जहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद होने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं संक्रमण के कारण अब लोग पब्लिकट्रांसपोर्ट के इस्तेमाल से ज्यादा खुद के वाहन से सफर करने में भरोसा करेंगे। यही वजह है कि चार पहिया वाहनों की बिक्री में सबसे ज्यादा तेजी देखी जा रही है।
इस साल मार्च माह में सबसे अधिक बिके वाहन
इस साल के 6 महीनों की तुलना की जाए तो अब कुल 14487 वाहनों की बिक्री हुई है। सबसे अधिक 3640 वाहन मार्च महीने में बिके। जून में 3640 वाहनों की बिक्री हुई। जबकि एक अप्रैल माह में लॉकडाउन के चलते एक भी वाहन नहीं बिका। मई माह में 1225 वाहन जिले में बेचे गए। अनलॉक-1 के दौरान मप्र शासन ने वाहन की क्षमता से 50 फीसदी सवारी बैठाने की अनुमति दी थी, ऐसे मेेें नुकसान के डर से बस ऑपरेटर्स ने सेवा ही शुरू नहीं की। वहीं अब 3 जुलाई को शासन ने क्षमता के हिसाब से सवारी बैठाने की अनुमति दे दी है। लेकिन अब ऑपरेटर्स पिछले 3 माह का टैक्स माफ करने की जिद पर अड़ गए हैं। जिला बस अॉपरेटर एसो. के अध्यक्ष संतोष पांडे का कहना है कि छत्तीसगढ़ समेत 8 राज्यों ने 3 माह का टैक्स माफ किया है। सरकार बस ऑपरेटर्स का टैक्स माफ नहीं करती तब तक बसें सड़क पर नहीं उतारेंगे।
वाहनों की बिक्री बढ़ने की दो प्रमुख वजह हैं। पहली फसल अच्छी होना। जून माह में हुई बिक्री ग्रामीण क्षेत्रों से है। क्योंकि इस बार फसल अच्छी होने के कारण किसानों के पास पैसा है। वहीं दूसरा पब्लिक ट्रांसपोर्ट से ज्यादा लोग अब खुद के वाहन से चलने पर विश्वास दिखा रहे हैं।
-कपिल श्रीवास,दोपहिया वाहन विक्रेता
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