एक परिसर में दो कनेक्शन देने पर प्रतिबंध, फिर भी मिलीभगत से दिए जा रहे, जांच शुरू
बिजली कंपनी शहरी केंद्र में पिछले साल उपभोक्ताओं के बिलों में सॉफ्टवेयर से संशोधन कर उनके द्वारा जमा की गई राशि में हेरा-फेरी से करीब 21 लाख रुपए का गबन किया गया था। मामले में तत्कालीन एई से लेकर लाइन हेल्पर गिरफ्तार हुए। अभी वे जमानत पर हैं तथा कोर्ट में केस विचाराधीन है। कंपनी पर लगे अार्थिक अनियमितता के ये दाग धुले भी नहीं थे कि फिर से सीजीएम, एसई, डीई समेत अन्य अफसरों के पास डाक से गुप्त शिकायतें पहुंची हैं। इसमें एक ही परिसर में कर्मचारियों की मिलीभगत से दो-दो कनेक्शन देने के आरोप हैं। शिकायत में बकायदा 17 उपभोक्ताओं के नाम और पते दिए हैं, जिनके यहां हाल ही में दो-दो कनेक्शन करने के दावे किए जा रहे हैं। कंपनी अफसरों ने इसकी जांच भी शुरू करवा दी है।
पहले एक ही मकान में एक से अधिक कनेक्शन देने पर छूट थी लेकिन जब से मासिक 100 और 150 यूनिट पर सरकार सब्सिडी देने लगी तब से एक ही परिसर में दो-दो कनेक्शन देने पर प्रतिबंध है। ऐसा इसलिए क्योंकि कई बार उपभोक्ता सब्सिडी का फायदा उठाने के चक्कर में जानबूझकर दो कनेक्शन लेते हैं। इससे जिस उपभोक्ता के 200 यूनिट बिजली खपत हो रही है, वह 100-100 यूनिट में बंट जाती है और उसे सब्सिडी का लाभ मिलता है। इसी चक्कर में कई लोग दो-दो कनेक्शन के लिए पहुंच रहे लेकिन शासन ने इस पर प्रतिबंध लगा रखा है। सीधे तौर पर कंपनी कार्यालय में दूसरे कनेक्शन के लिए संपर्क करने पर मना कर दिया जाता है लेकिन जब तथाकथित मिलीभगत वाले कर्मचारी के थ्रू आवेदन जाता है तो फिर वहां कनेक्शन कर दिया जाता है। केवल ये ही नहीं निजी ट्रांसफाॅर्मर व कनेक्शन में भी कथित गड़बड़ी का अंदेशा है। ऐसी शिकायत कंपनी के वरिष्ठ अफसरों के पास पहुंची। इसमें 17 लोगों के नाम-पते की सूची है, जिनके यहां हाल ही में दाेहरे कनेक्शन होने की बात कही है।
नियत प्रभार के नाम पर ज्यादा वसूली कर रही कंपनी, कोचट्टा ने लगाए आरोप
जनसेवा संघर्ष समिति कार्यकर्ता सुजानमल कोचट्टा ने आरोप लगाए कि बिजली कंपनी नियत प्रभार के नाम पर ज्यादा वसूली कर रही है। यह बंद होना चाहिए। कोचट्टा ने कहा कंपनी अमला सुनवाई नहीं करता और जब उपभोक्ता बिल सुधार के लिए जाए तो उन्हें सीधे मीटर बदलवाने की बात कही जाती है। इसमें उपभोक्ता को खर्च आता है, इसलिए हर उपभोक्ता झंझट से बचने के लिए ज्यादा राशि भर देता है लेकिन महंगाई के दौर में यह अनुचित है। कंपनी व्यवस्था सुधारे और असली खपत के मान से सही बिल जारी करे।
इधर रात 3.30 बजे बिजली कंपनी कैंपस में घुसे चोर, एक पकड़ाया
बिजली कंपनी शहरी केंद्र में सोमवार-मंगलवार दरमियान रात दो चोर घुस गए। खटपट सुनकर चौकीदार रमेश चंद्रावत ने जेई राजेंद्र पटेल को सूचना दी। वे अन्य कर्मचारियांे के साथ कंपनी कैंपस पहुंचे। पहले दौर में कुछ नजर नहीं आया। तड़के 4.30 बजे फिर पहुंचे तो दो युवक कार्यालय की जाली के सहारे ऊपर चढ़े हुए थे। एक भाग गया तथा दूसरे को कंपनी अधिकारी-कर्मचारियों ने नीचे उतरवाया और फिर डाॅयल 100 पुलिस बुलाकर सुपुर्द कर दिया। जेई पटेल व डीई एमके मेड़ा ने बताया पुलिस को युवक सुपुर्द कर दिया है। युवक स्क्रैप, ट्रांसफाॅर्मर उपकरण व एचआरसी फ्यूज चुराने की फिराक में थे। मामले में सिटी थाने के प्रभारी सब इंस्पेक्टर एमएल डाबर ने कहा किसी ने लिखित शिकायत नहीं करवाई इसलिए फिलहाल पकड़े गए युवक पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है।
जांच करवा रहे हैं, जो गलत करेगा वह भुगतेगा- डीई मेड़ा
^हमें डाक से बिना नाम-पते की शिकायत मिली है। इसमें कुछ उपभोक्ताओं के नाम है। उनके यहां मीटर जांच के लिए टीम गठित कर दी है। यदि किसी ने नियम विरुद्ध कनेक्शन किए है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। गड़बड़ करने वाले किसी को नहीं बख्शा जाएगा लेकिन शिकायत कितनी सच है, यह तो जांच िरपोर्ट आने के बाद ही मालूम पड़ेगा।
एम.के. मेड़ा, डीई बिजली
कंपनी केंद्र, जावरा
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3gANJgP
0 Comment to "एक परिसर में दो कनेक्शन देने पर प्रतिबंध, फिर भी मिलीभगत से दिए जा रहे, जांच शुरू"
Post a Comment