कुएं में गिरी ट्रैक्टर-ट्रॉली तो मिल गई, किसान को दिनभर तलाशते रहे, और वह रात 9 बजे टहलते हुए घर पहुंच गया

कंसेर में बुधवार रात घर पर हुई कथित कहासुनी के बाद गुस्से में ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर निकले एक किसान को पुलिस और पूरा गांव उस कुएं में दिनभर ढूंढता रहा, जहां उसकी ट्रैक्टर-ट्रॉली निकली। करीब 100 फीट गहरे कुएं में 6 मोटरें लगाकर पूरा कुआं खाली किया और ट्रैक्टर-ट्रॉली बाहर निकाली। फिर अंधेरा होने से रेस्क्यू ऑपरेशन बंद करके पुलिस थाने पहुंचीं ताकि शुक्रवार सुबह जल्दी तलाश शुरू कर सके। इधर रात 9 बजे वह किसान घर पहुंच गया।

पूछताछ में सिर्फ इतना पता चला कि तालीदाना मगरे पर दिनभर सो रहा था। हालांकि उसने ज्यादा कुछ नहीं बताया इसलिए ट्रैक्टर-ट्रॉली कुएं मेें कैसे गिरी और उसने ऐसा क्यों किया, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। बता दें कि इसी किसान का सगा भाई 16 मई को एक दूसरे कुएं में ट्रैक्टर समेत गिर गया था। उससे उसकी मौत हो चुकी है। संयोग कहें या मिस्ट्री तीन साल पहले दीपावली वाले दिन भी भाई ट्रैक्टर समेत इसी कुएं में गिरा था, जिस कुएं में से गुरुवार को ट्रैक्टर-ट्रॉली निकली। तब वह बच गया था लेकिन आज से चार महीने पहले 16 मई को दूसरी बार गिरा तो मौत हो गई।

कंसेर निवासी राधेश्याम पिता कचरूलाल जाट (40) बुधवार को प्याज बेचने सैलाना मंडी गया था। वहां से ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर रात करीब 10.30 बजे घर आया। इसके पहले उसने पत्नी शांतिबाई को फोन पर कहा था कि मैं मंडी से आ रहा हूं लेकिन भोजन मत बनाना। रास्ते में ढाबे पर खाना खाकर आऊंगा। घर पहुंचने के बाद कुछ कहासुनी हुई और फिर राधेश्याम वापस ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर यह कहकर गुस्से में घर से चला गया कि अभी आता हूं। वह रातभर वापस नहीं आया और परिजन ने तलाश की लेकिन मिला नहीं। गुरुवार सुबह करीब 7 बजे पत्नी बेटे रितिक के साथ खेत तरफ गई।

परिवार के अन्य लोग भी खेत गए। इन्हें बिना मुंडेर वाले कुएं के पास खेत में राधेश्याम के जूते मिले। कुएं के पास जाकर देखा तो कुएं में पानी पर ट्रैक्टर का हुड (कपड़े से बनी छत) तैरते नजर आया। इससे आशंका हुई कि कहीं राधेश्याम कुएं में तो नहीं है। उन्होंने परिवार के ही जनपद सदस्य प्रतिनिधि कैलाश जाट को सूचना दी और फिर कालूखेड़ा थाने पर खबर की। थाना प्रभारी मधु राठौर व सब इंस्पेक्टर पंकज राजपूत बल के साथ पहुंचे।

कुएं करीब 100 फीट गहरा है और पानी से लबालब भरा होने के कारण 6 विद्युत मोटरें लगाकर पानी खाली करना शुरू किया। वहीं क्रेन मंगवाकर कुएं में से दोपहर 12 बजे ट्रैक्टर का हुड निकाला तथा कड़ी मशक्कत के बाद शाम 5.30 बजे ट्रैक्टर-ट्रॉली भी निकाल ली गई। कुएं में और पानी होने से राधेश्याम अंदर नजर नहीं आया। थाना प्रभारी मधु राठौर ने बताया दिनभर राधेश्याम को उसके खेत स्थित कुएं में ढूंढा। रात 9 बजे पता चला वह घर पहुंच गया। खुशी इस बात की हैं कि वह जिंदा है।

बड़े भाई ने नया कुआं बनवाया था, मुंडेर का फर्मा टूटने से ट्रैक्टर समेत गिरा तो हो गई थी मौत

राधेश्याम का बड़ा भाई भरत जाट 16 मई की शाम 6.30 बजे बिलंदपुर रोड स्थित नए कुएं की साइडों में मुरम भराव करते वक्त मुंडेर का फर्मा टूटने से किसान ट्रैक्टर समेत कुएं में जा गिरा। इससे उसकी मौत हो गई। यही भरत जाट तीन साल पहले दीपावली वाले दिन ट्रैक्टर सहित इसी कुएं में गिरा था, जहां से राधेश्याम के ट्रैक्टर-ट्रॉली निकले हैं। हालांकि तब भरत बच गया था।



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