सरकारी अस्पताल के कोरोना वार्ड का सफाई कर्मचारी पॉजिटिव, दो दिन बाद जिला ग्रीन जोन में घोषित होता

बुधवार को शाजापुर में कोरोना पॉजिटिव मिला है। जिला अस्पताल के कोरोना वार्ड का सफाई कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। 8 दिन पहले 28 अप्रैल को जिला कोरोना मुक्त हुआ था। जिले से भेजे गए सैंपल के अंतिम लॉट में 10 सैंपल की जो रिपोर्ट आई, उनमें से 9 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई। जबकि एक रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यदि अगले दो दिन तक कोरोना संक्रमित नहीं मिलता हो हम ग्रीन जोन में चले जाते। सफाई कर्मचारी के गांव अभयपुर को सील कर दिया गया है।
कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गया था शाजापुर जिला
जिले में अंतिम संक्रमित 18 अप्रैल को सामने आया था और जिला अस्पताल में उपचार लेने वाले तीनों संक्रमित 28 अप्रैल को स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। इसके बाद शाजापुर कोरोना मुक्त हो गया था, लेकिन ठीक 19वें दिन फिर जिले में एक संक्रमित सामने आ गया। जो युवक संक्रमित मिला है, वह अभयपुर का रहने वाला है और कोरोना वार्ड में सफाई के लिए उसकी ड्यूटी लगी थी। संभवत: यहां उपचार ले रहे संक्रमितों के संपर्क में आ गया और वहीं से क्रास इंफेक्शन का शिकार हो गया। युवक की ट्रेवल हिस्ट्री व उससे मिलने जुलने वालों की तलाश पूरे दिन चलती रही। ताकि पता चले कोरोना कम बैक कैसे हुआ।

परिवार के 12 लोगों के सैंपल लिए
अभयपुर के रहने वाले 28 वर्षीय युवक के संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद उसके परिवार के सभी 12 लोगों को अभयपुर से शाजापुर लाया गया। यहां सभी को वृद्धाश्रम में क्वारेंटाइन कर दिया गया। सभी के सैंपल लेकर भोपाल भेज दिए गए हैं।
21वें दिन ग्रीन जोन में शामिल हो जाते
जिले में मिले संक्रमित के 21 दिन तक यदि वहां कोई दूसरा संक्रमित नहीं मिलता है तो उस जिले को ग्रीन जोन में शामिल कर लिया जाता है। शाजापुर में अंतिम मरीज 18 अप्रैल को सामने आया। 19वें दिन फिर एक संक्रमित सामने आ गया। ऐसे में हम ग्रीन जोन में शामिल होते होते रह गए।
सिर्फ 11 की रिपोर्ट आना ही बाकी था
जिले से अब तक 356 सैंपल इंदौर व भोपाल भेजे गए। इनमें से एक दिन पहले मंगलवार तक सिर्फ 11 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी था। इनमें से 10 सैंपल की बुधवार सुबह रिपोर्ट आई। उसमें 9 निगेटिव रही, जबकि एक पॉजिटिव आई है।
चिंता : युवक में कोरोना जैसे कोई लक्षण ही नहीं
बुधवार को सामने आए कोरोना संक्रमित युवक के बाद हमारी सबसे ज्यादा चिंता यह है कि उक्त युवक में कोरोना संबंधी कोई लक्षण ही दिखाई नहीं दे रहे हैं। वह पूरी तरह से स्वस्थ है और रूटीन काम कर रहा है। दो दिन पहले 4 मई को रूटीन सैंपल के हिसाब से अस्पताल कर्मचारियों का सैंपल लिया गया। उसी के साथ उक्त युवक का सैंपल लिया गया था।
सुरक्षा बढ़ाना होगी

अब अस्पताल में कार्यरत अन्य सभी कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर विभाग को कड़े कदम उठाने के जरूरत है। बगैर लक्षण दिखाई देने वाले मरीजों के सामने आने से अब डॉक्टरों से लेकर अन्य कर्मचारियों को भी खतरा हो गया है।
सप्ताह मेंसिर्फ 3 दिन खुलेंगी किराना दुकानें
प्रशासन को दो दिन बाद ही दी गई ढील वापस बंद करना पड़ी। प्रशासन ने अब किराना दुकानों को सप्ताह मंे तीन दिन ही खुली रखने का निर्णय लिया है। इसके अलावा कुछ ऑटो पार्टस, जनरल स्टोर्स, स्टेशनरी, पंचर से लेकर अन्य दुकानोंको खोलना पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया। इसके लिए कलेक्टर ने आदेश जारी कर दिया। इतना ही नहीं आमजनोंके लिए सुबह 7 से शाम की 7 बजे तक घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया है। मिल्क पार्लर सुबह 7 से 10 बजे तक और शाम 4 बजे से 7 बजे तक खुलेंगे। सप्ताह में सिर्फ तीन दिन किराना दुकानोंको खोलने की छूट रहेगी। इसके लिए दिन तय कर दिए हैं। सब्जी एवं फल दुकानें सुबह 8 से दोपहर 1 बजे तक खुलेगी।

अब तक कुल 8 संक्रमित
बुधवार को सामने आए युवक के बाद अब जिले में संक्रमितों को आंकड़ा 8 हो गया है। इससे पहले जिले से भेजे गए सैंपल में से 6 लोग पॉजिटिव मिले थे। जबकि शुजालपुर निवासी 50 वर्षीय व्यक्ति की भोपाल में ही जांच के बाद कोरोना की पुष्टि हुई थी। बाद में उक्त केस को भी शाजापुर जिले में जोड़ दिया गया है। उक्त संक्रमित को जोड़ने के बाद जिले में मरीजों का आंकड़ा 8 पर पहुंचा है। इसमें से एक की मौत हुई है।
पीपीई किट पहनाकर ड्यूटी करवाएंगे
^वाकई अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा अब ज्यादा जरूरी हो गई है। अब सीधे मरीजों के संपर्क में आने डॉक्टर व अन्य कर्मचारियों को पीपीई किट पहनाकर ड्यूटी कराएंगे।
- डॉ. पी.वी. फुलंबीकर, सीएमएचओ शाजापुर



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कोरोना मुक्त हुए शाजापुर मंे लॉकडाउन के दौरान दी गई ढील को भीड़ तंत्र ने दो दिन मंे ही बंद करवा दिया। सुविधा के लिए दी गई छूट का लोगों ने ऐसे दुरुपयोग किया कि सुनसान पड़ी सड़कांे पर बुधवार को पूरे दिन जाम जैसे हालात रहे।


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