इंदौर से बोरगांव तक के लिए 3000 करोड़ और बोरगांव से अकोला तक फोरलेन बनाने पर खर्च होंगे 3800 करोड़, लेकिन अभी तो गड्ढे भरो
इंदाैर-इच्छापुर हाईवे पर भादाै की बारिश और भारी वाहनाें की लगातार आवाजाही भारी पड़ गई। इसके चलते सड़क पर जगह-जगह सैकड़ाें गड्ढे हाे गए हैं। कुछ जगह ताे सड़क की हालत इतनी खराब है कि वाहनाें के आधे पहिए समा जाए। इस दाैरान ट्रक पलटने की घटनाएं भी हाे रही हैं। हालांकि इंदौर से बोरगांव तक के लिए 3000 करोड़ और बोरगांव से अकोला तक फोरलेन बनाने पर 3800 करोड़ रुपए खर्च होना है, लेकिन अभी तो गड्ढे भरवाना ही पड़ेंगे। वर्तमान हालात पर पढ़िए रिपोर्ट-
छैगांव माखन से सनावद 35 किमी तक कई गड्ढे हैं। वाहन दुर्घटनाएं अकसर चढ़ाई या उतार वाली सड़कों पर होती हैं, लेकिन इस हाईवे पर गड्ढों के कारण वाहन पलट रहे हैं। ट्रक मालिक मोहम्मद अशरफ इसी हाईवे पर बाइक से जा रहे थे। उन्होंने बताया सनावद के पास ट्रक की कमानी टूट गई। आधा घंटे पहले ड्राइवर का फोन आया कि कमानी टूट गई। बसें बंद हैं, इसलिए खंडवा-इंदौर या फिर बड़वाह में कमानी पत्ता खरीदने के लिए परिवहन का साधन भी नहीं है। गाड़ियों में टूट-फूट होने पर ड्राइवरों को परेशानी हो रही है। ये गड्ढे और कितना दर्द देंगे कोई बता सकता है। सरकार ने 3800 करोड़ रुपए इंदौर-इच्छापुर हाईवे फोरलेन के लिए स्वीकृत कर दिए। लेकिन तब तक अस्थायी समाधान तो होना चाहिए। अभी हाल ही में 21 दिन की बारिश के दौरान इच्छापुर से सनावद के बीच 50 से ज्यादा वाहन गड्ढों के कारण पलट गए। इंदौर का भाड़ा लेने से पहले सोचना पड़ता है। जितना भाड़ा नहीं मिलता है उससे ज्यादा मेंटेनेंस पर खर्च हो जाता है।
खराब मार्ग के दो कारण
- इंदौर-इच्छापुर हाईवे स्थित 4 टोल प्लाजा पर 18 फरवरी 2017 की रात 12 बजे से टैक्स वसूली बंद हो गई। एेसे में इस मार्ग पर भारी वाहनों का परिवहन बढ़ गया। जो वाहन सेंधवा-खलघाट होते हुए जाते थे, वे भी टैक्स बचाने के चक्कर में इंदौर-इच्छापुर हाईवे से जाने लगे। इस कारण सड़क पर गड्ढों की संख्या बढ़ गई।
- सनावद स्थित टोल प्लाजा से रोजाना करीब 1500 से अधिक वाहन गुजरते थे। टैक्स फ्री होने के बाद संख्या दोगुना हो गई। मार्ग के क्षतिग्रस्त होने पर मेंटेनेंस की जिम्मेदारी संभाल रही एमपीआरडीसी बजट के अभाव में समय पर मेंटेनेंस नहीं कर पाई। इस कारण गड्ढों की संख्या लगातार बढ़ती गई। सड़क के हालात बद से बदतर हो गए।
सड़क पर गड्ढों से बचने में पलट रहे वाहन , ट्रक मालिक बोले- कमानी नहीं, हमारी कमर टूट रही है
धनगांव, बांसवा, सनावद मार्ग के बीच ज्यादातर जगहों पर टायर की ऊंचाई से गहरे तो गड्ढे हैं। अगर कोई ड्राइवर जल्दबाजी में इन गड्ढों से बगैर सोचे-समझे वाहन चला रहा है तो उसकी जान पर बन आती है। कार ड्राइवरों ने कहा गांव की सड़कों से भी बदतर हाईवे की सड़क है। बार-बार व्हील अलाइनमेंट बिगड़ता है।
बोरगांव पुलिस चौकी, छैगांवमाखन थाना, देशगांव पुलिस चौकी, धनगांव, व सनावद थानों में दर्ज दुर्घटनाओं के मामलों में अगर दुर्घटना का कारण देखा जाए तो ड्राइवर द्वारा यह बयान दिए जाते हैं कि गड्ढों से बचने के कारण वाहन पलट गया या टकरा गया। सड़क दुर्घटना के 80 फीसदी मामलों में यहीं कारण सामने आए हैं।
इंदौर और इच्छापुर के बीच चारों टोल बंद
इंदौर से इच्छापुर की दूरी 203 किमी में चार टोल प्लाजा पर टैक्स वसूली की जाती थी। इस दौरान सड़क मेंटेनेंस से लेकर दुर्घटना होने पर एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध थी। पहला टोल इंदौर से 12 किमी दूरी पर, दूसरा सनावद के पास 72 किमी पर, तीसरा रुस्तमपुर के पास 132 किमी पर और चौथा इच्छापुर के पास 202 किमी पर बनाया गया था।
इंदौर-सनावद के गड्ढे भरने का काम शुरू
इंदौर-इच्छापुर मार्ग नेशनल हाईवे घोषित हो गया है। जल्द ही यह फोरलेन बनने जा रहा है। मार्ग का मेंटेनेंस का काम हमारा है। इंदौर से सनावद की ओर गड्ढों को भरने का काम शुरू हो गया है। सनावद से छैगांवमाखन के बीच जल्द ही काम शुरू होगा।
-राकेश जैन, क्षेत्रीय प्रबंधक, एमपीआरडीसी
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