17 साल में दूसरी बार 500 मिमी से कम बारिश, वर्षाकाल के 100 में से सिर्फ 28 दिन गिरा पानी

एक जून से वर्षाकाल शुरू हुआ। जून, जुलाई, अगस्त सहित सितंबर के 100 दिन में सिर्फ 28 दिन रैनी-डे रहे यानी इन्हीं 28 दिनों में पानी गिरा। इसका असर यह हुआ कि इस साल औसत बारिश का आंकड़ा 488 मिमी ही रह गया। ऐसा 17 साल में दूसरी बार हुआ है जब जिले में 500 मिमी से भी कम बारिश हुई है। इससे पहले साल 2017 और 2004 में भी ऐसी ही स्थिति बनी थी। 2017 में 401.8 मिमी औसत बारिश हुई थी, जिससे जिलेभर में सूखे जैसे हालात बने थे। वहीं 2004 में 472 मिमी बारिश दर्ज हुई थी। कम बारिश के चलते अब जिलेभर में भीषण गर्मी पड़ रही है। बुधवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 4 डिग्री अधिक है। अमूमन सितंबर महीने में 30-31 डिग्री तापमान ही रहता था।
2.5 मिमी बारिश पर माना जाता है रैनी डे
वर्षाकाल में जिस दिन 2.5 मिमी या उससे अधिक बारिश होती है, उसे रैनी डे माना जाता है। आंचलिक कृषि अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. हरवेंद्र सिंह ने बताया कि इस बार बारिश के दिन कम रहे, लेकिन सभी क्षेत्र में हुई, जिससे हालात वर्ष 2017 जैसे खराब नहीं हैं।
कम बारिश, गर्मी से प्रभावित होगी पैदावार
अंचल में बाजरा के अलावा उड़द, मूंग, तिल, ग्वार, धान की फसल होती है। कम बारिश और तेज गर्मी की वजह से मिट्टी में मौजूद पानी का तेजी से वाष्पीकरण हो रहा है, जिससे धरती जल्दी सूख जाएगी। यह फसलों के लिए नुकसानदायक होगा।
आगे क्या... 38 तक पहुंचेगा पारा
बुधवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री व न्यूनतम पारा 26 डिग्री दर्ज किया गया जबकि सामान्य तौर पर सितंबर में अधिकतम पारा 30 के बीच रहता है। मौसम विभाग भोपाल के मुताबिक, 12 व 13 सितंबर को अधिकतम पारा 38 डिग्री तक पहुंच सकता है।
जानिए 5 दिन का तापमान
दिन अधिकतम न्यूनतम
09 जुलाई 320 250
08 जुलाई 330 250
07 जुलाई 280 260
06 जुलाई 300 25.50
07 जुलाई 310 250
इस साल हुई बारिश
माह बारिश रैनी डे
जून 110.7 05
जुलाई 156.8 09
अगस्त 147.2 13
सितंबर 2.5 01
(बारिश के आंकड़े मिमी में 9 सितंबर तक हैं।)
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