निर्भया कांड में आरोपियों के वकील बोले- संवेदना की अवधारणा में हो रहा बदलाव, अब महिलाओं से प्रताड़ित पुरुषों की संख्या बढ़ रही

निर्भया कांड में जब अधिवक्ता एपी सिंह ने आरोपियों के बचाव की जिम्मेदारी सँभाली तब से देश भर से उनका विरोध हुआ। ऐसा भी माना गया कि इसके बाद सिंह पुरुषों के हिमायती नजर आए। इसी दौरान उनकी छवि को महिला विरोधी के रूप में बदल दिया गया। किसी एक मामले में जबलपुर पहुँचे सिंह ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि पुरुषों को महिलाओं की ओर से प्रताड़ित करने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

जरूरी है कि महिलाओं की तरह एक पुरुष आयोग भी गठित किया जाए। एक सवाल के जवाब में सिंह का कहना रहा कि रेप के मामलों में आम लोगों की केवल महिला पक्ष के प्रति संवेदना की अवधारणा अब बदल रही है। अब आम नागरिक अचानक किसी पुरुष पर लगाए गए आरोपों पर यकीन नहीं करता। उन्होंने एक साधु-संत का उदाहरण देते हुए कहा कि एक मामले में सुप्रीम कोर्ट तक से उन्हें क्लीन चिट मिली।

एनकाउंटर पूरी तरह नाजायज| हैदराबाद में गैंगरेप के आरोपियों के एनकाउंटर को पूरी तरह नाजायज ठहराते हुए अधिवक्ता सिंह ने कहा कि बिना न्यायालय के समक्ष मामले का विचारण हुए किसी को भी दोषी ठहराना कानून का उपहास है। उन्होंने एनकाउंटर को गैरकानूनी, अलोकतांत्रिक कहा। सिंह यह भी बोले कि ऑन द स्पॉट न्याय का प्रचलन होने लगा है, जो गलत है।
रसूख का फायदा | उन्होंने बताया कि जबलपुर में ऐसे ही एक मामले को लेकर उनका यहाँ आना हुआ। वे कहते हैं कि महिला और उसके पिता ने अपने रसूख का फायदा उठाते हुए राजस्थान निवासी पति के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवा दिया।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
एपी सिंह


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/327E5yc

Share this

Artikel Terkait

0 Comment to "निर्भया कांड में आरोपियों के वकील बोले- संवेदना की अवधारणा में हो रहा बदलाव, अब महिलाओं से प्रताड़ित पुरुषों की संख्या बढ़ रही"

Post a Comment