लॉकडाउन के साथ मिला था पहला मरीज, 6 माह में 21 हजार संक्रमित, क्योंकि कोरोना दावतें जारी हैं

शहर में कोरोना ने 24 मार्च को दस्तक दी थी। छह महीने पूरे हो गए हैं। तब एक साथ पांच मरीज (एक उज्जैन का) सामने आए थे। अब मरीजों की संख्या 21 हजार से अधिक हो गई है। मार्च-अप्रैल में संक्रमण दर 20 फीसदी के लगभग थी, जो अब 11 फीसदी के आसपास है। हालांकि तब इतने टेस्ट भी नहीं हो रहे थे। संक्रमण बढ़ने से हालात फिर मार्च जैसे ही हैं। फर्क इतना ही है कि तब सरकार ने लॉकडाउन लगाया था। अब लोग स्वैच्छिक लॉकडाउन कर रहे हैं।

अजीब माहौल था, अब तक पहन रहा हूं मास्क
पहले मरीज विष्णु अग्रवाल कहते हैं वैष्णोदेवी यात्रा से लौटने के बाद से ही बुखार, गले में खराश, खांसी जैसे लक्षण आने लगे थे। निजी अस्पताल में भर्ती हुआ और टेस्ट कराया तो पॉजिटिव निकला। उपचार के बाद ठीक होने के बाद घर पहुंचा तो खुद को आइसोलेशन में रखा। लॉकडाउन भी था तो किसी से नहीं मिला। अब दुकान जाता हूं। तभी से मास्क पहन रहा हूं। लोगों से यही कहना चाहता हूं बगैर मास्क बाहर न निकलें।



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मुख्यमंत्री के रवाना होते ही 50X100 के पंडाल में हजारों लोग घंटेभर तक दावत का लुत्फ उठाते रहे। इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल टूटता रहा।


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