फॉर्मासिस्ट के भरोसे मरीज और क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था

कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिले के सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्टाफ को अलर्ट कर रखा है। सर्दी,खांसी व बुखार से पीड़ित मरीज की तत्काल सूचना जिला मुख्यालय पर दी जाना है। इसके बावजूद रतनगढ़ का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फॉर्मासिस्ट के भरोसे चल रहा है। यहां पदस्थ डॉक्टर का भोपाल पीजी में चयन होने पर वे पांच मई को चले गए। यहां मरीजों का इलाज करने के लिए कोई नहीं बचा। जिले में लगातार पॉजिटिव की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसी स्थिति में एक संक्रमण रतनगढ़ क्षेत्र में निकल गया तो उसे संभालने के लिए स्वास्थ्य केंद्र पर कोई नहीं है।
रतनगढ़ के आसपास के 50 से अधिक गांव के लोग स्वास्थ्य केंद्र के भरोसे ही है। इसके बावजूद यहां पर स्टाफ की कमी को दूर नहीं किया जा रहा है। जो यहां पदस्थ थे वे भी नौकरी छोड़कर चले गए। रात में कोई इमरजेंसी केस आने पर उसे उपचार देने के लिए भी कोई नहीं है। मरीज को तत्काल जिला अस्पताल ही लेकर जाना पड़ता है। घाट सेक्शन होने के कारण एक्सीडेंटल केस घायल लोग को उपचार के लिए इसी स्वास्थ्य केंद्र पर लाना पड़ता है। सर्दी, जुकाम बुखार, ब्लड की जांच, हार्ट संबंधी मरीज ईसीजी कराने आते हैं। यहां चिकित्सक नहीं मिलने पर निराश होकर लौट जाते हैं।
छात्रावास को बनाया क्वारंटाइन सेंटर
पॉजिटिव मरीज के आने पर उसे क्वारंटाइन कर उपचार देने के लिए प्रशासन ने सभी तैयारी पूरी कर रखी है। नगर के बालिका छात्रावास को क्वारंटाइन सेंटर बना रखा है। जहां संदिग्ध या पॉजिटिव मरीज को उपचार के लिए भर्ती किया जाएगा। डॉक्टर इनका चेकअप किया जाएगा। वर्तमान हालात ऐसे हैं कि स्वास्थ्य केंद्र पर एक भी डॉक्टर नहीं है। अगर क्षेत्र में कोई पॉजिटिव मरीज आ जाता है तो उसके उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र पर कोई नहीं मिलेगा। पूर्व नप अध्यक्ष ओमप्रकाश मूंदड़ा, एस.पी. व्यास, सुनील बैरागी, अनिल सोडानी, शिवनंदन छिपा, राजेन्द्र मूंदड़ा, महेंद्रसिंह राजपूत, दीपक मूंदडा, निर्मल ईनाणी, हरीश माली, निर्मल मीणा, कमलेश अग्रवाल, गोपाल गुर्जर,आदि ने सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक ओमप्रकाश सखलेचा, सीएमएचओ डॉ. संगीता भारती, बीएमओ डॉ. राजेश मीणा से स्वास्थ्य केंद्र पर जल्दी डॉक्टर की नियुक्त की मांग की है।
इनके भरोसे स्वास्थ्य की जिम्मेदारी
स्वास्थ्य केंद्र पर फॉर्मासिस्ट पवन भंडारी, सहायक राजेंद्र सुथार, वार्ड बॉय तारतेश ग्वाला, ड्रेसर रितु कुंवर, स्टाफ नर्स मीनाक्षी बैरागी, चंचल प्रजापत, ममता पाटीदार, अनीषा मेघवाल कार्यरत है। लैब टेक्नीशियन नहीं होने से सप्ताह में तीन दिन राकेश उज्जैनिया कांकरिया तलाई एवं तीन दिन लालचंद डीकेन से आते हैं। पवन, तारेश एवं अनीशा की ड्यूटी क्वारंटाइन सेंटर में लगाई है। एंबुलेंस में ड्राइवर शांतिलाल पाराशर के साथ सहकर्मी राहुल, दिनेश सेवा दे रहे हैं।
चिकित्सकों की कमी है, अधिकारियों को बता दिया
नीमच सीएमएचओ डाॅ. संगीता भारती के मुताबिक जिले में चिकित्सकों की कमी है। वर्तमान में कोरोना संक्रमण को देखते हुए सभी जगह स्टाफ को अलर्ट कर रखा है। रतनगढ़ स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर का पीजी में चयन होने पर वे चले गए। इसलिए थोड़ी परेशानी आ रही है। जल्द ही उच्च अधिकारियों सहित कलेक्टर को स्थिति से अवगत कराकर चिकित्सक की नियुक्ति की जाएगी। ताकि जनता को समय पर उचित उपचार मिल जाए।
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