बैंकों से एक करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी

ओमती थाना क्षेत्र में स्टेट बैंक की विभिन्न शाखाओं में गोल्ड लोन के नाम पर जो सोना गिरवी रखा गया था, वह कम शुद्धता का मिलने के बाद हड़कम्प मच गया है। कुल एक करोड़ 4 लाख 69 हजार रुपये का चूना गोल्ड लोन लेने वालों ने लगाया है। इन सभी के खिलाफ अब ओमती थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। जिन लोगों पर प्रकरण दर्ज किया गया है उनकी संख्या 24 है। गोल्ड लोन लेने वालों ने साजिश कर जानबूझकर कम शुद्धता का सोना गिरवी रखा और फिर लोन की रकम नहीं चुकाई। जब लोन लेने वालों ने रकम नहीं चुकाई तो उनके गिरवी रखे सोने की जाँच कराई ताकि उसे नीलाम किया जा सके। सोने की शुद्धता की जाँच में बहुत कम शुद्धता पाए जाने एवं उनके प्रमाण पत्र में शुद्धता ज्यादा बताए जाने की बात उजागर हुई है। इस मामले में विजय नगर स्थित स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा लिखित शिकायत दी गई थी कि स्वर्ण आभूषणों के विरुद्ध लोन स्वीकृत किए गए थे। इन सभी गोल्ड लोन्स के लिए ज्वैलर्स रूपाली असेसर्स एंड हाल मार्क के शुद्धता प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए गए थे।
इन शाखााओं में हुई चार सौ बीसी- गोल्ड लोन लेने के लिए स्टेट बैंक की ओमती, जबलपुर सिटी, गोरखपुर, गढ़ा, शक्ति नगर, अधारताल, कटंगा, जवाहरगंज व मंडी की शाखाओं में लोगों ने सोना गिरवी रखा था। यह गोल्ड 2012 से 2014 के बीच में रखा गया था। यह संगठित साजिश के तहत किए जाने की बात सामने आई।
कुल 59 खातों से लिया लोन - जिन खातों से लोन लिया गया था उनकी संख्या 59 थी। इनमें कुल 24 लोगों के नाम सामने आए जिनकी साजिश में भूमिका पाई गई। इनमें अनुपम पाल प्रोप्राइटर रूपाली असेसर्स एंड हाल मार्क नेपियर टाउन, अंगूरी कथोरिया, भोलेनाथ, संध्या खटीक, भैया लाल, भोलेनाथ गुप्ता, लोकेश गरेवाल, नवीन चंद्र सोनी, योगेन्द्र कुमार उमाटे, छोटू ठाकुर, दीपक सराफ, राकेश कोष्टा, सरजू पटेल, विकास कुमार जौहरी, भगवत िसंह, अनिल कुमार, रीना पटेरिया, आकाश दीप, विजय सुहाने, अमित कुमार कोरी, चंद्रहास खटीक, संेदीव पाठक, राजीव कुमार गोस्वामी, राजकुमार अष्टाणकर, सीमांत पैगवार शामिल हैं।
^इस पूरे मामले की जाँच जारी है और बयान लेने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अारडी भारद्वाज, सीएसपी ओमती



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